किसी भी भाषा-साहित्य के लिए पत्रिकाएँ‍ एक मूल्यवान धरोहर के समान होती हैं क्योंकि पत्रिकाओं के द्वारा ही सृजनकर्म को प्रगट होने का अवसर मिलता है l पत्रिकाओं के द्वारा ही सृजन और संशोधन विशाल भावकगण तक पहुंचता हैं। अगर कोई एक सहृदय पाठक ने किसी कलाकृति के रसास्वाद का अनुभव किया है, तो वह अपनी भावनाओं को इन पत्रिकाओं के माध्यम से अन्य पाठक वर्ग तक आसानी से पहुंचा सकता है। अनुभवी लेखकों की प्रतिभा को प्रयोगशील आयाम अपनाने के लिए यहां एक क्रीड़ास्थल मिलता है और नवउदित सर्जकों को अन्य परिपक्व प्रतिभाओं की पंक्ति में बैठकर कला के नूतन पाठ सीखने का गौरवपूर्ण मंच मिलता है। इस प्रकार, पत्रिकाओं के माध्यम से सृजनात्मकता और ज्ञान दोनों का पोषण होता है। प्रतिभाशाली रचनाकारों की रचना को प्रकाशित करके वर्तमान समय को जीवंत रखने का काम पत्रिकाओं के द्वारा होता है। दूसरी ओर, एक अनुभवी शोधकर्ता एवं विवेचक लेख के रूप में आलोचकों के अनुभवों का सारांश प्रकाशित करके नए शोधकर्ताओं और संशोधकों को मार्गदर्शन प्रदान करता है। इसके अलावा, साहित्यिक पत्रिका अपने समय को अपने पन्नों में समेट कर साहित्य के इतिहास के निगहबान की भूमिका भी अदा करते हैं। इस तरह पत्रिकाए साहित्यका दस्तावेज़ भी बन जाती है। भविष्य में, ऐसी पत्रिकाएं साहित्यिक इतिहास के आलेखन के समय मार्गदर्शिका बन जाती है ।

    ‘प्रयास An Extension… ’ पत्रिका गुजराती, हिंदी और अंग्रेजी भाषा के साहित्य की सृजन और अनुसंधान की महत्वपूर्ण गतिविधियों के लिए उत्प्रेरक का कार्य करना चाहती है। साहित्य के अलावा, यह चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, नाटक, नृत्य और कल्पना जैसी ललित कलाओं के सृजन और विवेचन को एक स्तर पर लाने का एक विनम्र प्रयास है।

  • प्रयास An Extension… एक द्वैमासिक ई-पत्रिका है। भारतीय तिथिपत्र अनुसार, कार्तिक, पौष, फाल्गुन, वैशाख, आषाढ़, भाद्रपद के मास की पूर्णिमा को इसका प्रकाशन किया जाएगा ।
  •  प्रयास An Extension… पत्रिका के लिए आप मार्गशीर्ष ,माध, चैत्र, ज्येष्ठ, श्रावण, आश्विन महीने की इकाई से पूनम तक अपने कृति/ लेख भेज सकेंगे।
  • प्रयास An Extension… पत्रिका गुजराती, हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं की सर्जनात्मक कृतियों का स्वागत करती है एवं साहित्य, अनुसंधान, विवेचन लेखों का भी स्वागत करती है।
  • प्रयास An Extension… पत्रिका साहित्यके साथ-साथ अन्य ललित कलाएँजैसे- चित्रकला, वास्तुकला, संगीत, नाटक, आदि दृश्य- श्राव्य कलाओं (छवि, वीडियो और ऑडियो के रूप में) को सहर्ष निमंत्रित करती है।

गुजराती/-हिन्दी/अंग्रेजी भाषाओं साहित्यिक पत्रिकाओं की एक गौरवशाली परंपरा रही है, इस स्वर्णिम श्रृंखला में वर्तमान समय की कड़ी के रूप में साहित्य की सेवा करने के अलावा  इतर कोई उद्देश्य इस प्रकल्प का नहीं है। साहित्य की इस रमण भूमि में आप सब का बहुत ही भावपूर्ण अभिवादन है ।
आइए, साथ मिलकर सृजन और भावन का उत्सव मनातें हैं।